हमारे देश में हर साल IPL का इंतजार किया जाता है क्योंकि एक तो भारतवासियों का क्रिकेट प्रेम जग जाहिर है और ऊपर से जब कई देशों के खिलाड़ी भारत में आकर Cricket खेलते हैं तो लोगों का रोमांच और ज्यादा बढ़ जाता है।
लेकिन आईपीएल का रोमांच सिर्फ क्रिकेटर्स और लोगों के उत्साह तक सीमित नहीं है बल्कि इसमें चीयरलीडर्स ( Cheerleaders ) की भी अहम भूमिका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक चीयरलीडर की जिंदगी उतनी भी आसान नहीं होती है जितना हम सोंचते हैं, बल्कि उन्हें अपनी जॉब के दौरान काफी कुछ सहना पड़ता है जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
आपने देखा होगा कि चीयरलीडर्स आईपीएल के दौरान खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करती हैं और अपने डांस से मैच देख रही ऑडियंस का मनोरंजन भी करती हैं। लेकिन ऐसा करने के लिए एक चीयरलीडर को मैच से पहले कड़ी मेहनत करनी पड़ती है साथ ही खुद को मानसिक और शारीरिक तौर पर काफी तैयार करना पड़ता है
जिससे वो अपनी जॉब को बखूबी पूरा कर सकें। इस खबर में हम आपको बताएंगे कि एक चीयरलीडर खुद को किस तरह से तैयार करती है।
रातभर जागकर करती हैं प्रैक्टिस
आपने देखा होगा कि जैसे ही कोई खिलाड़ी ग्राउंड पर अच्छा प्रदर्शन करता है तो चीयरलीडर्स उन्हें प्रोत्साहित करने लगती हैं। इसके साथ ही वो डांस भी करती हैं और पूरे मैच के दौरान ये सिलसिला जारी रहता है।
आपको बता दें कि दिन में मैच के बाद जमकर मेहनत करने से चीयरलीडर्स काफी थक जाती हैं जिसके बाद वो रात भर जागकर खुद को अगले मैच के लिए तैयार करती हैं और डांस प्रैक्टिस करती हैं। इस वजह से उन्हें सोने का कम समय मिलता है लेकिन फिरभी वो बखूबी अपने काम को पूरा करती हैं।
अपने शरीर को देती हैं कड़ी ट्रेनिंग
हर चीयरलीडर अच्छी तरह से परफॉर्म करने के लिए कई तरह की एक्सरसाइज करती हैं जिनमें बॉडी को फ्लेक्सिबल रखना भी काफी अहम होता है। एक चीयरलीडर जिम में कई घंटों तक एक्सरसाइज करती हैं और इसके बाद वो अपनी डांस प्रैक्टिस करती हैं और तब जाकर वो अच्छे से परफॉर्म कर पाती हैं।
ये होता है मेहनताना
अगर आप सोच रहे हैं कि एक चीयरलीडर को बहुत अच्छी सैलरी मिलती है तो ऐसा नहीं है क्योंकि चीयरलीडर्स को हर महीने 70 से 80 हज़ार रुपये की सैलरी मिलती है ऐसे में ये बहुत ज्यादा भी नहीं होती है लेकिन फिर भी चीयरलीडर्स अपने काम को अच्छी तरह से करती हैं।
मैच के दौरान भेजा जाता है इन्हें
चीयरलीडर्स को एजेंसियों की तरफ से आईपीएल मैच में भेजा जाता है। ऐसे में इन एजेंसियों को भी अपनी कमाई का कुछ भाग चीयरलीडर्स को देना पड़ता है। इस तरह से देखें तो चीयरलीडर्स की कमाई हुई सैलरी भी काफी कम हो जाती है।