जम्मू-कश्मीर के मामले को लेकर या अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए भारत ने जैसे ही कुछ कदम उठाए, पाकिस्तान की सांस अटकने लगी। पाकिस्तान का यह डर सोशल मीडिया पर भी देखने को मिला। रेडियो पाकिस्तान पर कश्मीर को लेकर लगातार ट्वीट आने लगे। डर यहीं तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी इस मामले में कूद पड़े। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘अमेरिका और भारत के संबंध अच्छे हैं। अगर अमेरिका, दिल्ली पर दबाव डाले तो कश्मीर विवाद सुलझ सकता है।’ कई ट्वीट ऐसे थे, जिनमें कांग्रेस पार्टी की आड़ लेकर यह कहा गया कि भारत सरकार अनुच्छेद 35ए और धारा 370 को खत्म करना चाहती है। शाम तक इस मामले में सेना के कई पूर्व अधिकारी भी कूद पड़े।
पाकिस्तानी सैन्य अफसर भी परेशान दिखे
पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल नईम खालिद लोधी का जो ट्वीट रेडियो पाकिस्तान ने जारी किया, उसमें लिखा था, पाकिस्तान कश्मीर के लोगों को कूटनीतिक, राजनीतिक और नैतिक मदद देना जारी रखेगा। इसके बाद फारुख मलिक ने आरोप लगाया कि भारतीय सैन्य बल कश्मीर में बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं।
शुक्रवार रात 11 बजे रेडियो पाकिस्तान ने ट्वीट किया, 35ए से छेड़छाड़ का प्रयास क्षेत्र की स्थितियों में बदलाव कर देगा। दस बजे लिखा गया, कश्मीर के लोग भारत सरकार को 35ए पर हरा देंगे। सईद इमाम ने कहा, वे कश्मीर के मसले को अंतरराष्ट्रीय फोरम पर उठाएंगे। इनके साथ ही आजाद कश्मीर के राष्ट्रपति ने भी भारत के विरोध में ट्वीट कर दिया।
शनिवार 11 बजे रेडियो पाकिस्तान ने अपने बुलेटिन में आरोप लगाया कि कश्मीर में भारतीय फौजों ने एक युवक को शहीद कर दिया। बता दें कि कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में जब कोई आतंकी या पत्थरबाज मारा जाता है तो उसे पाकिस्तान मीडिया शहीद कहता है।