लोकसभा चुनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने शनिवार को केदारनाथ की ‘ध्यान कुटिया’ नामक गुफा में ध्यान लगाया। यहां प्रधानमंत्री 17 घंटे तक ध्यानमग्न रहे और रविवार सुबह गुफा से बाहर आए। प्रधानमंत्री के ध्यान के बाद केदारनाथ की यह गुफा अचानक आकर्षण का केंद्र बन गई। ऐसे में जानतें हैं इस पवित्र गुफा से जुड़ी कुछ खास बातें
दरअसल, इस ध्यान कुटिया गुफा का अपना एक अलग इतिहास है। प्रधानमंत्री मोदी ने जब केदारनाथ विकास धाम की जिम्मेदारी संभाली तो उनके ही निर्देश पर इस गुफा का निर्माण कराया गया। इसको रूद्र गुफा के नाम से भी जाना जाता है। 12250 फीट की ऊंची इस गुफा का इस्तेमाल श्रद्धालु ध्यान के लिए करते हैं।
3000 रुपए एंट्री फीस
जानकारी के अनुसार यह कोई प्राकृतिक गुफा नहीं है। दरअसल, यह गढ़वाल मंडल विकास निगम की टूरिज्म की ही संपत्ति है। कोई भी श्रद्धालु 3000 रुपए की एंट्री फीस जमा कर इसमें प्रवेश पा सकता है। गुफा का यह किराया एक दिन के लिए नहीं, बल्कि तीन दिनों के लिए है।
सुविधाओं की अगर बात करें तो ध्यान, मेडिटेशन और आध्यात्मिक शांति की खोज में आए श्रद्धालुओं को यहां जरूरत की सभी चीजें उपलब्ध हैं।
इस गुफा में टॉयलेट, बिजली और टेलीफोन जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। इसके साथ ही श्रद्धालु गुफा में ही ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर का भी आॅर्डर कर सकते हैं।