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कोर्ट ने दे दिया ऐतिहासिक फैसला: मां-बाप की सेवा नहीं करने वाली संतानों के साथ अब होगा ये काम
हमारे वेब पोर्टल नमो फैन क्लब पर आप सभी का स्वागत है! दोस्तों हमारे समाज में आज ऐसे ऐसे बेटे है जिन्होंने कभी भी अपनी माँ बाप की सेवा नहीं की लेकिन जब प्रापर्टी के बंटवारे का समय आता है तब वह बराबर की हिस्सेदारी मांगते है!आज हम आपको एक ऐसा ही किस्सा बताने जा रहे है जिसे सुनकर आप सभी हैरान हो जायेंगे! एक बुजुर्ग की तीन बेटियां और एक बेटा था!और उस बुजुर्ग को डाइबिटीज और ब्लड प्रेशर है!और 4 साल पहले उसकी पत्नी की मौत हो गई थी!जिसके बाद उसकी संम्पत्ति का बटवारा हुआ और वह वृद्ध अपने बच्चो के साथ रहने लगा!
कुछ ही दिनों के बाद उस बुजुर्ग को इस बात का एहसास हुआ कि बच्चे उसकी सही से देखभाल नहीं करते है!उस बुजुर्ग ने जुलाई महीने में अपने बच्चो की शिकायत ट्रिब्यूनल कोर्ट में कर दी!उन्होंने कोर्ट को बताया कि वह वृद्ध हो गए है और इस उम्र में कोई भी काम नहीं कर सकते है!पहले तो कोर्ट ने सुनवाई करते हुए बच्चो से कहा कि उस बुजुर्ग को बच्चे 5 हजार रुपया महीने खर्चे के लिए दे!लेकिन बेटे ने इस आदेश को नहीं माना! इसके बाद कोर्ट ने उसके बेटे के खिलाफ मेंटिनेंस एंड वेलफेयर आफ पैरेंट्स एंड सीनियर सिटीजन एक्ट 2007 के तहत कार्यवाही का आदेश दे दिया है!
इस आदेश के अनुसार बैंक उस बुजुर्ज की संपत्ति पर अपना कब्ज़ा ले लेगी और उस बुजुर्ग को हर महीने खर्चे के लिए रुपया देगी!यानी इस आदेश के अनुसार बैंक उस बुजुर्ग के बेटे की सारी संपत्ति को जब्त कर लेगी जो उसके पिता की थी,और अपने कब्जे में ले लेगी जिसके बाद वह उस बुजुर्ग को माहवारी खर्चे के लिए रुपया देगी!दोस्तों यह कोर्ट के द्वारा अपने आप में लिया गया एक ऐतिहासिक फैसला है!जो उस बुजुर्ग व्यक्ति के लिए सम्मान की बात भी होगी! दोस्तों अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आये तो हमारे पेज को लाइक व् शेयर करे!