एक वक़्त था जब महिलाओं का दायरा सिर्फ़ चार दिवारों तक सीमित था, पर समय बदला और एक-एक करके महिलाएं अपनी काबिलियत से सफ़लता के नए आयाम गढ़ती गईं. सफ़लता का नया पैमाना Set करने वाली इन महिलाओं ने अपने हुनर से ये साबित कर दिया कि उनके लिये नामुमकिन कुछ नहीं. यही नहीं, इस बीच उनके सामने कई मुसीबतें-रुकावटें आई पर वो डरी नहीं, रुकी नहीं और आज देश में नहीं, बल्कि दुनियाभर में उनकी चर्चा है.
नामुमकिन को मुमकिन कर देने वाली महिलाएं:
1. सुषमा स्वराज
एक समय में सुषमा स्वराज Former Supreme Court Lawyer थी, जिसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और एक बेहतरीन विदेश मंत्री बन कर दिखाया.
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2. प्रियंका चोपड़ा
2000 में मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीतने वाली प्रियंका चोपड़ा ने ‘अंदाज़’ फ़िल्म से अपने फ़िल्मी करियर की शुरूआत की और आज वो हॉलीवुड में अपनी काबिलियत का डंका बजा रही हैं.
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3. पीटी ऊषा
पीटी ऊषा 1980 में मास्को में आयोजित हुए ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय धावक बनीं थीं, ये ख़िताब उन्होंने महज़ 16 की उम्र में हासिल किया था.
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4. पीवी सिंधु
पीवी सिंधु 2016 में रियो ओलंपिक में रजत जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी और दिखा दिया कि महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं.
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5. अवनी चतुर्वेदी
भारत की पहली महिला लड़ाकू पायलटों में से एक हैं अवनी चतुर्वेदी.
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6. साइना नेहवाल
साइना नेहवाल विश्व की नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, इसके साथ ऐसी कामयाबी पाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी भी.
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7. मैरी कॉम
मणिपुर की रहने वाली मैरी कॉम 6 बार विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता की विजेता रह चुकी हैं.
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8. छवि राजावत
छवि MBA ग्रेजुएट हैं और देश की सबसे कम उम्र की महिला सरपंच भी.
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9. भक्ति शर्मा
भारतीय महिला तैराक भक्ति शर्मा अंटार्कटिक महासागर में एक डिग्री सेल्सियस (33.8 f) तापमान में 1.4 मील (2.25 किलोमीटर) की दूरी 52 मिनट में तैरकर विश्व रिकॉर्ड बना चुकी हैं.
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10. अरुणिमा सिन्हा
अरुणिमा सिन्हा ने -40 से -45 डिग्री सेल्सियस तापमान और तेज़ बर्फ़ीली हवाओं को मात देते हुए अंटार्कटिका के सबसे ऊंचे शिखर माउंट विन्सन पर तिरंगा लहरा कर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था. ऐसा अनोखा कारनामा करने वाली वो दुनिया की पहली महिला दिव्यांग पर्वतारोही बनीं.
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11. गीता गोपीनाथ
गीता गोपीनाथ, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की चीफ़ हैं. 2019 में उन्होंने ये पद संभाला और इस पद पर पहुंचने वाली वो दूसरी भारतीय हैं.
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12. इंदिरा नुई
इंदिरा 2006 से 2018 तक Pepsico की CEO रहीं. वे Pepsico की पहली महिला CEO बनीं थी और उनके दिशा-निर्देश में कंपनी को 80% से ज़्यादा मुनाफ़ा हुआ.
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13. आशु सुयश
2015 में आशु ने CRISIL के CEO के रूप में कार्यभार संभाला. CRISIL से जुड़ने से पहले वो, L&T Investment Management Limited की CEO थीं. कई पब्लिकेशन्स ने उन्हें टॉप बिज़नेसवुमन की सूची में भी शामिल किया.
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14. अल्का बैनर्जी
2013 से अल्का Asia Index Private Limited की CEO हैं और 2015 में The Economic Times ने 20 Most Influential Global Indian Women की सूची में अल्का का नाम शामिल किया था.
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15. सानिया मिर्ज़ा
टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा ने अपने टेनिस करियर में कई रिकॉर्ड बनाये और लोगों का ख़ूब प्यार पाया.
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16. पूजा ठाकुर
पूजा ठाकुर, 2015 में बाराक ओबामा को ‘गार्ड ऑफ़ ऑनर’ देने वाली वायुसेना की पहली महिला अधिकारी हैं.
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17. पूजा रानी
पूजा ने हाल ही में बैंकॉक में खेली गई ‘एशियन चैंपियनशिप’ के दौरान गोल्ड मेडल जीता. मुक्केबाज़ पूजा ने 81 किलोग्राम भार वर्ग में वर्ल्ड चैंपियन वांग लिना को हराकर देश का नाम रौशन किया.
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18. परमजीत खुराना
परमजीत ने ‘All Weather Seeds’ का आविष्कार किया. उन्होंने गेहूं, धान और मलबेरी के सूखे प्रतिरोधी (Drought Resistant) बीज विकसित किए, जिन्हें लगाने के लिये किसानों को किसी ख़ास मौसम का इंतज़ार नहीं करना पड़ता.
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19. ऊषा
ऊषा ने भारत का पहला Genetically Modified Food, Bt बैंगन बनाया. वो Maharashtra Hybrid Seeds Company Private Limited की डायरेक्टर और Chief Technology Officer भी हैं.
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20. मिताली राज
भारतीय महिला क्रिकेट की मौजूदा कप्तान मिताली राज टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाली पहली महिला हैं.
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जीएस लक्ष्मी
भारत की जीएस लक्ष्मी को ICC ने ‘इंटरनेशनल पैनल ऑफ़ मैच रेफ़री’ में शामिल किया है. लक्ष्मी ICC के मैच रेफ़री पैनल में शामिल होने वाली पहली महिला हैं. ICC ने 51 साल की लक्ष्मी को तत्काल प्रभाव से इंटरनेशनल मैचों में रेफ़री बनने के योग्य घोषित कर दिया गया है.
Source: dailyexcelsior
शायद इसलिये कहा गया है कि महिलाओं को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिये.