डकैती के मामले को सुलझाते हुए द्वारका जिला पुलिस ने एमबीए महिला समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपित महिला जिम में एरोबिक्स ट्रेनर है। महिला की भूमिका लूट की साजिश रचने में अहम थी। महिला ने बदमाशों को बताया था कि उसके पड़ोसी के घर में नकदी है और वह बाहर गया हुआ है। इसके बाद बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। गिरफ्तार आरोपितों में महिला के अलावा विष्णु गार्डन निवासी बलदेव सिंह (47), तिलक नगर निवासी बीरू (39) व सोनू (22) शामिल हैं। इनसे पुलिस ने 47.56 लाख रुपये, गहने और वारदात में इस्तेमाल स्कोडा कार बरामद की है।
इस तरह से दिया घटना को अंजाम
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फांस ने बताया कि 30 मार्च को पुलिस को सेवक पार्क निवासी कारोबारी विनोद भल्ला के घर में डकैती की सूचना मिली। पुलिस को उनके भतीजे अर्जुन ने बताया कि वे मोहन गार्डन में रहते हैं। उनके फूफा दोनों बेटों के साथ पंजाब गए थे, इसलिए वह बुआ के घर रात को आए थे। रात में दरवाजे पर लगे शीशे को तोड़कर चार बदमाश कमरे में घुस आए और उसे व बुआ को बंधक बनाकर अलमारी से नकदी लेकर फरार हो गए। पंजाब से लौटे कारोबारी ने बताया कि बदमाश डेढ़ करोड़ रुपये ले गए हैं।। जांच के लिए डाबड़ी सबडिविजन के एसीपी बिजेंद्र सिंह बिधूड़ी की देखरेख बिंदापुर थाना के एसएचओ अनिल कुमार, सब इंस्पेक्टर सुदीप कुमार व जेल बेल सेल सब इंस्पेक्टर मंजीत की टीम बनाई गई।
सीसीटीवी से मिला सुराग
पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि वारदात में छह बदमाश शामिल थे और स्कोडा कार से आए थे। पुलिस ने जांच के बाद पांच अप्रैल को बलदेव को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित बलदेव ने बताया कि कारोबारी की महिला मित्र ने घर में नकदी होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने बलदेव को रिमांड पर लेकर उसकी निशानदेही पर महिला व उसके दो अन्य सहयोगियों को मोती नगर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बलदेव के पास से 40 लाख और सोनू के पास से 7.56 लाख रुपये बरामद कर लिए।
आरोपित महिला पीड़ित कारोबारी को कहती थी जीजू
पुलिस के अनुसार आरोपित महिला कारोबारी की पत्नी को एरोबिक्स सिखाती थी। वह कारोबारी को जीजू कहकर बुलाती थी। घर के तमाम सदस्य इस महिला पर पूरा भरोसा करते थे। इसी दौरान उसे घर में रुपये होने की जानकारी मिली। उधर इस महिला की बलदेव से भी दोस्ती थी। कारोबार में तगड़ा घाटा होने के बाद बलदेव ने प्रॉपर्टी के कारोबार में हाथ आजमाना शुरू किया, लेकिन यहां भी उसे घाटा हो रहा था।