रिश्ते
धूमधाम से हुई शादी…सुहागरात मनाने के बाद दुल्हन ने किया ऐसा काम..सिर पकड़ कर रो रहा है दूल्हा
मप्र के खंडवा जिले के गांवों में रुपए लेकर शादी कराकर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय है। एक माह में इस तरह की दो घटनाएं सामने आ चुकी हैं। एक दिन पहले शादी के दो दिन बाद ही दुल्हन द्वारा शादी से इंकार कर भागने का मामला सामने आया। शनिवार को एक और मामले की जानकारी सामने आयी।
एक महीने पहले इसी तरह की ठगी कुमठी गांव में होने की बात लोगों ने बताई। इस गांव में रवि कछारे का विवाह रेशमा उर्फ ज्योति भुसावल के साथ हुआ था। 1 लाख 20 हजार रुपए लेकर यह शादी कराई थी। शादी के चार दिन बाद ही दुल्हन रेशमा की मौसी दुर्गा ने फोन पर पारिवारिक कार्यक्रम होने का बहाना बनाया। इसके बाद उसे वापस बुला लिया। इसके बाद यह दुल्हन भी लौटकर नहीं आयी।
दूल्हे रवि ने बताया एक महीने पहले शादी कराई थी। शादी भमराड़ी के मंदिर में की थी। लड़की की मौसी दुर्गा का फोन आने पर हम उसे खुद भुसावल तक छोड़ने गए। हमें लड़की के घर तक नहीं जाने दिया। रेलवे स्टेशन पर ही दो लोग बाइक से आए और लड़की को साथ ले गए।
23 दिसंबर को फोन करने पर बताया गया लड़की का एक्सीडेंट हो गया। उसके पैर में चोंट आई है। इसलिए नहीं भेजेंगे। चार दिन पहले भी हम फैजपुर-सावदा पहुंचे। यहां शादी कराने वाला अजय सिंगमोर मिला, लेकिन कुछ ही देर में वह भाग गया। उसके पास बाइक एमएच 19-सीएल-8409 है। वह फैजपुर-सावदा के आसपास ही रहता है।
लड़की के माता-पिता नहीं, लेन-देन नगद कर दो : दूल्हे के परिजन ने बताया पास के ही डुडगांव में रहने वाले रमेश कनाड़े ने अशोक तायड़े निवासी सिंगाड़ी थाना निंबोला से परिचय कराया। उसने आठ साल पहले इस तरह की शादी कराई थी। वह लड़की अभी भी रह रही है। इसीलिए हम भी तैयार हो गए। अशोक ने अजय सिगमोर नाम के व्यक्ति को अपना भतीजा बताकर उससे मिलवाया। वह फैजपुर-सावदा क्षेत्र में रहता है। हमें लड़की दिखाकर अजय ने कहा मेरी मौसी की लड़की है। उसके माता-पिता नहीं है। जो कुछ भी हूं मैं ही हूं। शादी में जो भी खर्चा करेंगे, वह नगद दे दो। 1.20 लाख रुपए लेने के बाद शादी कराई थी। लड़की का निवास स्थान भुसावल बताया था। उसका घर हमें नहीं बताया। इसलिए लड़की कहां रहती है यह हमें नहीं मालूम है, लेकिन अजय से मिलाने वाले अशोक तायड़े का घर पता है।
तीन दिन में 3 शादियां, हर बार नई लड़कियां : सितंबर 2015 में भी लुटेरी दुल्हनों के किस्से सामने आए थे। तब भी एक गिरोह सक्रिय था, जो कुंवारे लड़कों को निशाना बनाकर लड़कियों से उनकी शादी करवाता और फिर नकली दुल्हन गहने-नकदी पर हाथ साफ कर चंपत हो जाती। लोगों ने ही दुल्हन और नकली मां को पकड़ा था।