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फिर सुर्खियों में ‘बाबा का ढाबा’, फंड की हेराफेरी से जुड़ा है ये मामला, ‘अच्छे दिन’ लौटाने वाले पर गंभीर आरोप

दक्षिण दिल्ली के मालवीय नगर में स्थित ‘बाबा का ढाबा’ और उसके 80 साल के मालिक कांता प्रसाद एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार सुर्खियों की वजह ‘बाबा का ढाबा’ से जुड़ा एक विवादा है। दरअसल ‘बाबा का ढाबा’ के मालिक कांता प्रसाद ने अपने ढाबे को सोशल मीडिया पर लाइमलाइट में लाने वाले यू-ट्यूबर के खिलाफ पैसों की हेरफेर का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है।
यह मामला ‘बाबा का ढाबा’ के मालिक की मदद करने के लिए सोशल मीडिया पर फंड इकट्ठा करने से जुड़ा है। यू-ट्यूबर गौरव वसान ने 7 अक्टूबर को बाबा का ढाबा का एक वीडियो अपने यू-ट्यूब चैनल और फेसबुक पर अपलोड किया था और लोगों से बुजुर्ग दंपति की मदद की अपील की थी। यह वीडियो खूब वायरल हुआ था और लोग दूर-दूर से यहां खाना खाने के लिए आने लगे थे। साथ ही लोगों ने ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद की मदद के लिए पैसे भी डोनेट किए थे। इसी पैसे में यू-ट्यूबर गौरव वसान पर कांता प्रसाद ने घपले का आरोप लगाया है।
Delhi: Kanta Prasad, owner of #BabaKaDhaba, files Police complaint against Gaurav Wasan -who first shot his video & posted it- for allegedly misappropriating funds raised to help his wife & him. He alleges cheating, mischief, criminal breach of trust, criminal conspiracy by Wasan pic.twitter.com/f1IGxwcB2e
— ANI (@ANI) November 2, 2020
कांता प्रसाद ने रविवार को यू-ट्यूबर गौरव वसान के खिलाफ मालवीय नगर थाने में शिकायत दर्ज करवाया। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि डोनेशन के पैसों का गलत इस्तेमाल किया गया और साथ ही पैसे की हेरफेरी की गई है। शिकायत में उन्होंने कहा, “वीडियो वायरल होने के बाद से अब तक मुझे सिर्फ 2 लाख रुपये का चेक मिला है। अब ढाबे पर ज्यादा ग्राहक भी नहीं आ रहे। ज्यादातर लोग यहां सेल्फी खींचवाने के लिए आते हैं। पहले एक दिन में 10 हजार कमाई होती थी, लेकिन अब बड़ी मुश्किल से 3 हजार से 5 हजार की कमाई हो पाती है।”
वहीं, गौरव वसान ने कहा कि मैंने बाबा का ढाबा का वीडियो शूट किया, मुझे पता नहीं था कि यह इतना वायरल हो जाएगा। गौरव ने कहा कि मैं नहीं चाहता था कि लोग बाबा कांता प्रसाद को परेशान करें। ऐसे में मैंने डोनेशन के लिए अपना बैंक डिटेल दे दिया। वसान ने तीन ट्रांजैक्शन की रसीद भी शेयर की है। यह तीनों 27 अक्टूबर की थी। इसमें दो चेक 1 लाख रुपये और 2 लाख 33 हजार रुपये का था, जबकि तीसरी पेमेंट 45 हजार रुपये की थी। वसान ने कहा कि पूरी रकम बाबा के अकाउंट में तीन दिन के भीतर ट्रांसफर कर दी गई थी।
वहीं, जब पुलिस ने दूसरे ट्रांजैक्शन के बारे में कांता प्रसाद से पूछा तो उन्होंने बताया कि वह मैसेज चेक नहीं कर पाए हैं, क्योंकि वह अपना फोन लेकर नहीं आए थे। डीसीपी साउथ अतुल कुमार ठाकुर ने कहा कि हमें बाबा कांता प्रसाद की ओर से शिकायत मिली है। मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।