यदि इंसान के ईरादे नेक हो तो धर्म के आडंबर उसका रास्ता नहीं रोक पाते है। तुर्की की एक बेटी ने ऐसा काम किया है। जिसके बारे में जानकर प्रत्येक कोई उसे सेल्यूट करता हैं। तुर्की की इस लड़की ने निस्वार्थ सेवा को अपना धर्म बना लिया है। अब ये लड़की भारत में ही रहने लगी है। क्योंकि इसने यहीं पर विवाह की है। इनका नाम हैं जुलेहा है। जुलेहा अब दिल्ली में मानसिक स्थिति से कमजोर बच्चों की देख-रेख करती है।
बता दें कि जुलेहा तुर्की के अंकारा शहर में 12 लाख सलाना पैकज पर नौकरी करती थी। इतना ही नहीं इनके पिता वहां के बड़े बिल्डर हैं और भाई कैनाडा में इंजीनियर हैं। जुलेहा को इनके एक फेशबुक फ्रेंड सर्वेश हांडा ने मानसिक स्थिर से कमजोर बच्चे के बारें में बताया था। इन दोनों की दोस्ती लगभग दो वर्ष पहले हुई थी। जुलेहा अनूठी कलाओं की खोज करते हुए सर्वेश हांडा के फेशबुक पैज पर पहुंच गई। औऱ दोनों में दोस्ती हो गई।
जहां चैटिंग के वक़्त सर्वेश ने बताया कि वह भी मानसिक रूप से कमजोर बच्चे पर काम कर रहे है। और उन्हें किसी सपोर्टर की आवशयकता है। सर्वेश को इस बात का हमेशा डर सताता था कि बच्चों के गाइडेंस को लेकर कोई इंतजाम नहीं था। जब सर्लेश ने ये बात जब जुलेहा को बताई तो वह भारत आने के लिए तैयार हो गई। औऱ कुछ दिन बाद यानी वर्ष 2015 में भारत आकर रहने लगी।
इतना ही नहीं जुलेहा ने सर्वेश से विवाह कर ली और अपना धर्म परिवर्तन कर लिया। और इसके बाद सर्वेश से शादी कर ली। बता दें कि जुलेहा अभी यहां पर मानसिक रूप से कमजोर बच्चों की सेवा करके बहुत खुश है। इनका कहना है कि उसके दिल का शांति है कि वह कुछ अच्छा काम कर रही है। जानकारी के लिए बता दें कि यहां पर लगभग 8000 हजार मानसिक रूप से कमजोर बच्चे है। जिनकी देखभाल जुलेहा अपने पति के साथ करती है।