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राहुल ने 8400 करोड़ के प्लेन पर मोदी को घेरा, कहा- इतने में सीमा पर खड़े जवानों के लिए क्या नहीं आ सकता था

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी पर 8400 करोड़ रुपए का हवाई जहाज खरीदने को लेकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने सियाचिन और लद्दाख में तैनात भारतीय सेना के जवानों के लिए विशेष गर्म कपड़े और अन्य जरूरी उपकरण खरीदने में देरी होने की खबर को साझा करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अपने लिए 8400 करोड़ रुपए का जहाज खरीदा, मगर इन पैसों से जवानों के लिए कितना कुछ खरीदा जा सकता था।
केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को एक ट्वीट कर कहा, “पीएम ने अपने लिए 8400 करोड़ का हवाई जहाज खरीदा। इतने में सियाचिन-लद्दाख सीमा पर तैनात हमारे जवानों के लिए कितना कुछ खरीदा जा सकता थाः गरम कपड़े- 30,00,000, जैकेट, दस्ताने- 60,00,000 जूते- 67,20,000, ऑक्सीजन सिलेंडर- 16,80,000। पीएम को सिर्फ अपनी इमेज की चिंता है सैनिकों की नहीं।”
PM ने अपने लिए 8400 करोड़ का हवाई जहाज़ ख़रीदा।
इतने में सियाचिन-लद्दाख़ सीमा पे तैनात हमारे जवानों के लिए कितना कुछ ख़रीदा जा सकता था:
गरम कपड़े: 30,00,000
जैकेट, दस्ताने: 60,00,000
जूते: 67,20,000
ऑक्सिजन सिलेंडर: 16,80,000PM को सिर्फ़ अपनी इमेज की चिंता है सैनिकों की नहीं। pic.twitter.com/uQf038BiJj
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 8, 2020
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी चीन के साथ पिछले कई महीने से पूर्वी लद्दाख में सीमा पर जारी गतिरोध के बीच पीएम नरेंद्र मोदी पर लगातार हमलावार हैं। बीते दिनों चीन के साथ तनाव में शहीद हुए 20 भारतीय जवानों की शहादत की तरफ इशारा करते हुए हाल ही में उन्होंने पीएम पर देश को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि चीन की हमारे देश में घुसकर हमारे जवानों को मारने की हिम्मत इसलिए हुई क्योंकि मोदी ने देश को कमजोर बना दिया है।
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गौरतलब है कि राहुल गांधी ने ट्वीट के साथ जिस खबर का स्क्रीनशॉट लगाया है उसमें सीएजी की रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि सियाचिन, लद्दाख में भारतीय सैनिकों के लिए गर्म कपड़े और अन्य उपकरण खरीदने में देरी हुई है। सीएजी रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2015-16 और 2017-18 में हुए ऑडिट में सामने आया था कि ऊंचाई वाले और ठंडे स्थानों पर जवानों की तैनाती के लिए जरूरी कपड़ों और उपकरणों की खरीद में चार साल तक की देरी हुई है।