राजस्थान के अजमेर से आंधविश्वास का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां शनिवार को जेएलएन हॉस्पिटल में एक शख्स की मौत के बाद उसके परिवार के लोग उसकी आत्मा लेने पहुंच गए।
प्रतीकात्मक तस्वीर
आत्मा को अपने साथ ले जाने के लिए गांववाले अपने साथ तांत्रिक भी ले गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उस शख्स को एक्सीडेंट के बाद इलाज के लिए यहां भर्ती कराया गया था।
लेकिन मौत के कई दिन बाद गांव वालों के साथ उसके घर वाले मृतक की आत्मा वापस लेने के लिए हॉस्पिटल पहुंच गए। मृतक के घर वालों ने जेएलएन हॉस्पिटल में तांत्रिक के साथ मिलकर पूजा की।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बरोडा गांव के लोगों ने हॉस्पिटल के पुरुष वार्ड के पास हवन भी किया। इस दौरान अस्पताल में मौजूद वार्ड बॉय और सिक्योरिटी गार्ड ने इन लोगों को एक बार भी रोकने की कोशिश भी नहीं की।
अन्य मरीजों ने भी इस अंधविश्वास का विरोध नहीं किया। एक परिजन ने कहा कि अंतिम संस्कार के लिए हम मृतक की बॉडी ले गए थे, लेकिन आत्मा हॉस्पिटल में ही रह गई। अब हम उसे लेने आए हैं। आत्मा को घर के एक कोने में रखेंगे।

एक वार्ड बॉय ने कहा कि ज्यादातर लोग इस रिवाज में भरोसा नहीं करते, लेकिन तांत्रिक और ब्लैक मैजिक से डरते हैं। इसलिए ऐसा कुछ होने पर चुप रहना पसंद करते हैं। हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने भी इस दौरान कोई हस्तक्षेप नहीं किया।