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संस्कारी बहू बनाने वाले कोर्स में एडमिशन के लिए पहुंचे लड़के

भोपाल के बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय ने संस्कारी बहू नाम का नया कोर्स शुरु करने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद कोर्स में कई लड़के भी एडमिशन लेने पहुचे। लड़कों का कहना था कि उन्हें संस्कारी बहू नहीं मिल पाती है इस कारण से इस कॉलेज का रुख किया है कि सच्चा जीवन साथी ने मिलने के कारण वो किसी अपने दोस्त को ही अपना जीवन साथी बना लेते हैं। बात करते हुए सोनू नाम की लड़के ने कहा अब 377 पर कोर्ट के फ़ैसले के बाद इसमें हमें और भी मदद मिली है। लड़के ने कहा ज़िंदगी का मतलब होता है प्यार से रहना है। प्यार चाहे पत्नी के रूप में मिले या किसी दोस्त के रूप में।
विश्वविद्यालय के बाहर खड़े छात्र
कॉलेज के बाहर खड़े होकर एक लड़के ने कहा हमें भी इस कॉलेज में पढ़ना है। हालाँकि , प्रशासन लड़कों की ये बात मानने को तैयार नहीं हैं। अपनी बात पर ज़ोर देते हुए लड़कों ने कहा है लड़कियों को संस्कार सिखाए जा रहे हैं ये संस्कार हमारे लिए ही सिखाए जा रहे हैं। लड़कियों की शादी हम से ही होगी। ऐसे में संस्कार दोनों को आने चाहिए, चाहे वो लड़का हो या वो लड़की। अगर एक में संस्कार होंगे और दूसरेमें नहीं होंगे तो बात नहीं बनेगी। ऐसे में लड़की लड़की से शादी करेगी और लड़का लड़के से शादी करेगा। अगर ऐसा हो गया तो आप ख़ुद ही अंदाज़ा लगाइए देश में क्या माहौल बनेगा।
बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय ने आदर्श बहू बनाने का कोर्स शुरू किया है
इस कोर्स को लेकर लड़कों के माता-पिता में खुशी देखी गई। उनका कहना था कि उन्हें खुशी है कि ऐसे कोर्स की शुरुआत की जा रही है। इससे हमें संस्कारी बहुएं मिलेंगे। बकवास न्यूज से बात करते हुए एक बुजुर्ग ने हमें बताया कि देश में इस तरह की शुरुआत बहुत पहले ही हो जानी चाहिए थी। क्योंकि, आजकल की कुछ लड़कियों में संस्कार नाम की चीज नहीं होती है। अपनी बहू का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि उनकी बहू सुबह लेट उठती, जिसके कारण उन्हें चाय खुद बनानी पड़ती है। इससे वो काफी दुखी रहते हैं। बुजुर्ग अपनी बहू से काफी दुखी दिखे। उनका कहना था कि अगर इस तरह के विश्वविद्यालय पहले खुल गए होते तो वो भी अपने बेटे की शादी यहीं से करते।