क्रिकेट
अब तालिबानी लड़ाके चलाएंगे अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड, भरोसा दिलाया क्रिकेट सुरक्षित हाथों है

अफगानिस्तान में कब्जा करने के बाद तालिबान ने अपनी हुकूमत शुरू कर दी है और अफगानिस्तान के तमाम संस्थानों पर एक के बाद एक कब्जा कर लिया है। हाल ही में तालिबानी लड़ाकों ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड में भी प्रवेश कर लिया है। गुरुवार को पूर्व अफगान इंटरनेशनल क्रिकेटर अब्दुल्ला मजारी तालिबानी लड़ाकों को बोर्ड के दफ्तर तक खुद लेकर आए। साथ ही अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के CEO हामिनद शिनवारी ने लोगों को आश्वस्त किया है कि वहां की क्रिकेट सुरक्षित है।
हामिनद शिनवारी ने एक ट्वीट कर लिखा कि तालिबानी क्रिकेट से प्यार करते हैं। उन्होंने शुरुआत से हमें अपना समर्थन दिया है। अफगानिस्तान के सभी क्रिकेटर और उनके परिवार के सदस्य भी सुरक्षित हैं। आपको बता दें कि इससे पहले तालिबानी लड़ाकों ने अफगानिस्तान में मौजूद 6 प्रमुख क्रिकेट स्टेडियमों पर भी कब्जा कर लिया है। इनमें काबुल में मौजूद स्टेडियम भी शामिल है।
टी-20 वर्ल्ड कप में खेलेगा अफगानिस्तान
अफगानिस्तान क्रिकेट से जुड़े ज्यादातर अधिकारी यही दावा कर रहे हैं कि देश मे खेल के हालात खराब नहीं होंगे और अफगानिस्तान की टीम इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सेदारी जारी रखेगी। UAE में इस साल टी-20 वर्ल्ड कप होने जा रहा है और अफगान की टीम भी इस वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने वाली है। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के मौनेजर हिकमत हसन ने कुछ दिन पहले ही इस बात की पुष्टि की थी। बात की पुष्टि करते हुए कहा था कि वहां की टीम UAE में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में हिस्सा लेगी। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मीडिया मैनेजर हिकमत हसन ने कहा था कि ‘हमारी टीम टी-20 वर्ल्ड कप खेलेगी और इसमें कोई संदेह नहीं है। हम वर्ल्ड कप की तैयारियों के लिए जल्दी ही ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के साथ त्रिकोणीय श्रृंखला भी खेलेंगे।’
अफगानिस्तान ने टॉप-8 टीमों में रहते हुए वर्ल्ड कप के लिए सीधे क्वालिफाई किया है। बता दें कि टी-20 वर्ल्ड कप के लिए अफगानिस्तान को भारत-पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के साथ ग्रुप बी में रखा गया है। इसके अलावा अफगानिस्तान की टीम पाकिस्तान के खिलाफ श्रीलंका में सीरीज भी खेलेगी। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के साथ त्रिकोणीय टी-20 सीरीज आयोजित करने पर भी काम कर रहा है। वेन्यू के लिए श्रीलंका और मलेशिया से बात चल रही है।
अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ी राशिद खान और मोहम्मद नबी ने कुछ दिनों पहले कहा था कि हम हमेशा अपने खिलाड़ियों और उनके परिवार की मदद करने के लिए तैयार हैं। हम अपनी तरफ से उनके लिए हर संभव मदद करने की कोशिश करेंगे। हालांकि चिंता की कोई बात नहीं है, काबुल में सब सामान्य है और हम अपने ऑफिस में लौट आए हैं। इससे पहले अफगानिस्तानी क्रिकेट टीम के खिलाड़ी राशिद खान ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर तालिबानी आतंकवादियों ने कब्जा कर लिया है। वहीं देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए हैं। तालिबान के बढ़ते प्रभाव से देश में अफरतफरी का माहौल है और यहां के लोग दूसरे देशों में पलायन कर रहे हैं।