ह्यूमर
मानो या मानो ये 12 चीज़ें हमें अक्सर बेवक़ूफ़ बना देती हैं

बदलती इस दुनिया से सब को बदल डाला,यहाँ तक की मज़ाकल करने का एक मुकम्मल महीना,तारीख भी बना डाली,अब इससे चाहे जो भी रिएक्शन हो बस मज़ाक करनी है,यही नहीं कभी कभी ये मज़ाक बहुत भरी भी पद जाती है,सही मायने में हमें किसी के साथ ऐसा मज़ाक नहीं की चाहिए जिससे किसी को नुकसान पहुंचे,मगर अभी का समय किसी को समझाने नहीं है,सभी अपना अपना ज्ञान का खजाना साथ लेकर कहते है,सभी एक से बढ़ कर एक गुरु है,
आज हम बात कर रहे है विश्व मूर्खता दिवस जिसे किसने इज़ाद किया आप सायद जानते होंगे अप्रैल फूल डे को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं लेकिन इसके कोई पुख्ता प्रमाण नहीं हैं. कई जगह कहा गया है कि इसकी शुरुआत 1392 में हुई थी.कहा जाता है कि अप्रैल फूल्स डे (मूर्ख दिवस) की शुरुआत फ्रांस में 1582 में उस वक्त हुई,
जब पोप चार्ल्स 9 ने पुराने कैलेंडर की जगह नया रोमन कैलेंडर शुरू किया था. ‘अप्रैल फूल डे’ (April Fool’s Day) 19 वीं शताब्दी से ही लोकप्रिय है, पर यह देश में किसी सार्वजनिक अवकाश के तौर पर नहीं मनाया जाता है. अप्रैल फूल के दिन पड़ोसी पर हानिरहित शरारतों के खेलने का रिवाज दुनिया में आम रहा है.
आप को जानकर हैरानी होगी की हमारे दिनचर्या में कितनी बार हम फूल बनते है,मगर कभी हम इसे जानने की कोशिश नहीं करते है आइये जानते है की ये रोजमर्रा की कौनसी चीज़े है जिनसे हम फूल बनते जा रहा है
1. नेता जी का भाषण, जिसका इलेक्शन के बाद कोई लेना-देना नहीं होता.
2. टीवी और अख़बार में आने वाले विज्ञापन रोज़ ही लोगों को उल्लू बनाते हैं.
3. सोडा के नाम पर दा रू का ऐड करना.
4. ऑनलाइन वेबसाइट्स पर Few Lefts दिखा कर जल्दी से बेचे जाने वाले प्रोडक्ट.
5. WhatsApp Forwards के नाम पर फ़ेक न्यूज़ का प्रचार करना.
6. 10 दिन में पतला होने के लिये करें ये एक्सरसाइज़. ऐसी कोई एक्सरसाइज़ नहीं है, जो 100 दिन का काम 10 दिन में करे.
7. Diet Coke के नाम पर रोज़ डाइट की ऐसी-तैसी होती है.
8. Fat Free Cookie कुछ नहीं होता है.
9. टीवी पर झूठी पत्रकारिता को चीख-चिल्लाकर सच साबित करना. यार सच्ची बहुत शोर मचाते हैं ये एंकर.
10. फोटोज़ में फ़िल्टर, इंसान को पूरा ही बदल कर रख देते हैं.
11. टीवी धारावाहिकों की कहानी.
12. Chips के पैकेट.