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जानिए पुरानी कार खरीदने के खतरे, जेल तक जाना पड़ सकता है

देश में नई से ज्यादा कार सेकेंड हैंड कारें (Second Hand Car) खरीदी और बेची जाती हैं, लेकिन ऐसा करते वक्त अक्सर सावधानी नहीं रखी जाती है। इसका नतीजा है कि अक्सर लोगों को परेशान होना पड़ता है और कई बार तो पुलिस स्टेशन के चक्कर भी लगाने पड़ते हैं। दरअसल लोग थोड़ी सस्ती कार के चक्कर में कई जरूरी बातों से मुह मोड़ लेते हैं। यह लापरवाही बाद में भारी पड़ती है। इसके अलावा कई बार खराब कार भी आपको अच्छी कंडीशन में बता कर बेच दी जाती हैं। ऐसे में आइये जानते हैं कौन सी सावधानी आपको जहां अच्छी सेकेंड हैंड कार (Second Hand Car) दिला सकेगी, वहीं बिना दिक्कत वाली कार भी आसानी से मिल जाएगी।
सिर्फ विश्वास के भरोसे न खरीदें पुरानी कार
जब भी सेकेंड हैंड कार (Second Hand Car) खरीदें तो सिर्फ बताने वाले पर विश्चास न करें। वह जो जानकारी दे रहा है, उसकी पूरी पड़ताल करें। इसके लिए पुरानी कार के मालिक का ब्यौरा लें और कार का विवरण। इस जानकारी के आधार पर कार की पूरी हिस्ट्री जान सकते हैं। आइये जानते हैं ऐसा कैसे होगा।
जानें बिना जानकारी जुटाए पुरानी कार लेने की दिक्कतें
सेकेंड हैंड कार (Second Hand Car) खरीदने से पहले कार की पूरी जानकारी और फिर कार के मालिक की पूरी बैकग्राउंड पता लगाना जरूरी है। कई बार लोग दुर्घटना का शिकार कार को सेकेंड हैंड सस्ते में बेचने की कोशिश करते हैं। ऐसे ही कई बार लोग गैर कानूनी काम में इस्तेमाल गई कार को बेचने की कोशिश करते हैं। ऐसे में अगर आप ने कार की और कार मालिक की पूरी जानकारी नहीं जुटाई तो बाद में यह दिक्कत का कारण बन सकता है। वैसे यह भी पता लगा लेना चाहिए कि कार के मालिक पर किसी तरह को कोई केस तो नहीं चल रहा है। अक्सर कीमत के झांसे में आकर लोग पुरानी कार खरीद लेते हैं, और बाद में पछताते हैं। अक्सर ऐसे लोगों को पुलिस स्टेशन के चक्कर लगाने पड़ते हैं। कई बार तो बिनी किसी गलती ऐसी पुरानी कार खरीदने वालों को जेल तक की हवा खानी पड़ती है।
पुरानी कार बेचने वाली कंपनियों को दें प्राथमिकता
अगर सेकंड हैंड कार (Second Hand Car) खरीदना है, तो आपके लिए Maruti True Value, Mahindra First Choice, Droom जैसी कंपनियां उपलब्ध हैं। यहां पर पुरानी कार लेने पर वारंटी मिलती है। इन कंपनियों में सेकंड हैंड कारें लोग अपने बजट के हिसाब से खरीद सकते हैं। इन कंपनियों में अच्छी कंडीशन की सर्टिफाइड पुरानी कार मिलती है। इसके अलावा यहां से कार लेने पर फ्री सर्विस भी दी जाती है। वहीं अगर किसी अजनबी डीलर से सेकेंड हैंड कार लेते हैं तो हो सकता है सही कार आपको न मिल सके। ऐसे डीलर कई बार कार के साथ छेड़छाड़ करते हैं या गलत जानकारी देकर ग्राहकों को पुरानी कार बेचते हैं। ऐसे में बाद में ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन अगर इन बड़ी कंपनियों से सेकेंड हैंड कार लेते हैं तो इन परेशानियों से बचा जा सकता है।
अगर आप किसी अनजान डीलर से या व्यक्ति से पुरानी कार ले रहे हैं तो सबसे पहले कार के मालिक की जानकारी और कार का डिटेल जरूर लें। बाद में आरटीओ ऑफिस से कार का डिटेल चेक करवाएं। वहीं कार का इंश्योरेंस करने वाली कंपनी से भी संपर्क करें। इससे पता चल जाएगा कि कार सही है या नहीं। अगर सब कुछ सही लगे तो फिर कार की कंडीशन की जांच करें। इसके लिए किसी अच्छा मैकेनिक की मदद ली जा सकती है।