बॉलीवुड
14 साल की गौरी के प्यार में पागल थे शाहरुख खान, लेकिन हनीमून पर हुआ था कुछ ऐसा

सुपरस्टार शाहरुख खान और गौरी खान बॉलिवुड के प्यारे कपल में से एक हैं। 25 अक्टूबर यानी रविवार को दोनों अपनी शादी की 29वीं सालगिरह मना रहे हैं.साल 1991 में 6 साल की लंबी रिलेशनशिप के बाद शाहरुख और गौरी ने शादी की थी.दोनों के आर्यन, सुहाना और अबराम के पैरंट्स हैं.ऐक्टर का पूरा परिवार इस समय दुबई में है.एक न्यूज पोर्टल के अनुसार, जब एक अवॉर्ड फंक्शन के दौरान शाहरुख खान को उनके हनीमून की तस्वीर दिखाई गई तो ऐक्टर ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने अपनी पत्नी गौरी को बेवकूफ बनाया था.
शाहरुख खान ने बताया कि जब उनकी शादी हुई तो वह बहुत गरीब थे जबकि गौरी एक मध्यम वर्गीय अच्छे परिवार से थीं.ऐक्टर ने खुलासा कि उन्होंने गौरी को पेरिस ले जाने और एफिल टॉवर दिखाने के बारे वादा किया था,लेकिन वह जानता था कि यह सब झूठ है क्योंकि वह जा नहीं सकते थे.फिर उन्होंने गौरी को विश्वास में लिया कि कहा कि उन्हें पेरिस ले जा रहे हैं और उन्हें दार्जिलिंग ले गए.
शाहरुख खान और गौरी की लव स्टोरी
बात 1984 की है जब दिल्ली के पंचशील क्लब में चल रही एक पार्टी में 19 साल के शाहरुख की नजर, 14 साल की गौरी पर पड़ी थी.शाहरुख उन्हें बस देखते ही रह गए थे.उस पार्टी में शाहरुख खान ने गौरी को किसी और लड़के के साथ डांस करते देखा और उन्हें गौरी से प्यार हो गया.लेकिन उस रोज, शर्मीले शाहरुख, गौरी से बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे.इसके बाद तो जिस पार्टी में भी गौरी के पहुंचने की उम्मीद होती, शाहरुख भी उस पार्टी में पहुंच जाते.25 अक्टूबर, 1984 को तीसरी मुलाकात में शाहरुख ने गौरी के घर का फोन नंबर हासिल कर ही लिया.
कोडवर्ड में होती थी बातें
शाहरुख को गौरी पसंद आ गई थीं.उनसे फोन पर बात करने का तरीका भी शाहरुख ने निकाला.वो अपनी किसी दोस्त से गौरी के घर फोन करवाते.गौरी के घर जो भी फोन उठाता, शाहरुख की दोस्त उसे अपना नाम शाहीन बताती.शाहीन कोडवर्ड था जिसे सुनकर गौरी समझ जाती कि फोन शाहरुख का है.गौरी के घर किसी को शक भी नहीं होता था और फिर शाहरुख और गौरी देर तक बातें करते.गौरी और शाहरुख की मुलाकात पार्टियों में ही हो पाती थी जहां गौरी की फीमेल फ्रेंड्स भी उनके साथ होती थीं.धीरे-धीरे ये दोनों लॉन्ग ड्राइव पर भी जाने लगे.
मुश्ताक शेख द्वारा लिखित अपनी बायोग्राफी ‘शाहरुख केन’ में एसआरके उन दिनों को याद करते हुए कहते हैं, एक दिन मैंने गौरी को उसके घर छोड़ा, जब वो गाड़ी से उतर रही थी तो मैंने उससे कहा मैं तुमसे शादी करूंगा? इसके बाद बिना उसका जवाब सुने मैं अपनी गाड़ी लेकर वहां से चला आया.शाहरुख और गौरी तो अपने प्यार को शादी में बदलने के लिए तैयार थे मगर दोनों के धर्म अलग होने की वजह से इनके घरवालों को कड़ी आपत्ति थी. शाहरुख ने गौरी के परिवार वालों को मनाने के लिए खूब पापड़ बेले और उन्हें मनाने में आखिरकार कामयाब हो ही गए.
गौरी के माता-पिता समझ चुके थे कि गौरी और शाहरुख अब किसी भी तरह उनकी बात नहीं मानेंगे इसलिए आखिरकार उन्होंने उनकी शादी के लिए हां कह दिया था.शाहरुख और गौरी का निकाह भी हुआ जिसमें गौरी का नाम आयशा रखा गया.इसके बाद 25 अक्टूबर, 1991 को हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक दोनों की शादी हुई.शादी के संगीत में शाहरुख-गौरी ने जमकर डांस किया था.