Hindi Magzian
Saturday, February 27, 2021
  • बॉलीवुड
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • फोटो
  • अच्छी खबर
  • ऑटोमोबाइल
  • विशेष
  • क्रिकेट
  • टैकनोलजी
  • बिज़नेस
  • भोजन
  • सेहत
  • English Portal
  • More
    • यूटिलिटी
    • फैशन
    • समाचार
    • दुनिया
    • प्रदेश
    • देश
    • धार्मिक
    • आपकी समस्याएं
    • सफ़र
    • रिश्ते
No Result
View All Result
Hindi Magzian
ADVERTISEMENT

कभी ट्रक साफ़ किए, चपरासी की नौकरी की, तो कभी साबुन बेचे, ऐसे गुजरी रामानंद सागर की ज़िंदगी

January 5, 2021
कभी ट्रक साफ़ किए, चपरासी की नौकरी की, तो कभी साबुन बेचे, ऐसे गुजरी रामानंद सागर की ज़िंदगी
Share on FacebookShare on Twitter
Advertisement

टीवी की दुनिया में 33 साल पहले एक ऐसा निर्देशक आया जिसने लोगों को अपना मुरीद बना लिया. ‘रामायण’ जैसा धारावाहिक आज तक भारतीय सिनेमा के इतिहास में नहीं देखा गया है. यह एक ऐतिहासिक और विश्व प्रसिद्द धारावाहिक है और इसका निर्देशन किया थामशहूर रामानंद सागर ने.

ADVERTISEMENT

Advertisement

आज रामानंद सागर हमारे बीच नहीं है, लेकिन वे इस धारावाहिक के चलते याद किए जाते हैं. आज हम आपको रामानंद सागर की कुछ ख़ास बातें बताने जा रहे हैं. तो चलिए शुरू करते हैं रामानंद सागर को नजदीक से जानने का सफ़र…

Related posts

Various Reasons Why Delhi Is Better Than Mumbai

Various Reasons Why Delhi Is Better Than Mumbai

February 26, 2021
52 की उम्र में भी 25 की दिखती है ये अभिनेत्री, पति हो चुका है बूढ़ा, बन चुकी है 2-2 बच्चों की मां

52 की उम्र में भी 25 की दिखती है ये अभिनेत्री, पति हो चुका है बूढ़ा, बन चुकी है 2-2 बच्चों की मां

February 26, 2021
ये है वो 11 सेलिब्रिटी जिनके पास फेक इंस्टाग्राम फॉलोअर्स की अधिकतम संख्या है

ये है वो 11 सेलिब्रिटी जिनके पास फेक इंस्टाग्राम फॉलोअर्स की अधिकतम संख्या है

February 23, 2021
ADVERTISEMENT

Advertisement

रामानंद सागर का जन्म पाकिस्तान के लाहौर के पास असल गुरूके में 29 दिसंबर 1917 को हुआ था. उनका असली नाम चंद्रमौली चोपड़ा था. दशकों पहले रामानंद सागर के परदादा लाहौर से कश्मीर आ गए थे. बताया जाता है कि, रामानंद सागर को उनकी नानी ने गोद लिया था और उन्होंने ही चंद्रमौली चोपड़ा का नाम बदलकर रामानंद सागर रख दिया. एक समय था जब रामानंद सागर का परिवार बहुत संपन्न था, हालांकि भारत विभाजन के बाद जब उनके परिवार ने भारत आने का फैसला किया तो इसके साथ ही उनका जमा-जमाया व्यापार और सारी प्रॉपर्टी भी उनसे दूर हो गई. इसके चलते उनके परिवार में परेशानी भरे दिन शुरू हो गए.

ADVERTISEMENT

Advertisement

विभाजन के बाद भारत में आने के बाद रामानंद सागर को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा. ऐसे में रामानंद सागर की पढ़ाई भी मुश्किल हो गई. ऐसे में उन्होंने चपरासी की नौकरी जॉइन कर ली. यहां से वे अपना खर्च चला लेते थे. इसके बाद रामानंद सागर ने ट्रक क्लीनर से लेकर साबुन बेचने और सुनार का भी काम किया. हालांकि उन्होंने पढ़ाई भी जारी रखी. दिन में वे काम और रात में रामानंद सागर पढ़ाई किया करते थे.

Advertisement

रामानंद सागर के मन में कुछ करने की ललक थी. जब उन्होंने ‘मायानगरी’ मुंबई का रुख किया तो फिर उनकी किस्मत ने करवट लेना शुरू कर दिया था. यहां आकर रामानंद सागर द्वारा ‘रेडर्स ऑफ द रेल रोड’ नाम की मूक फिल्म में एक क्लैपर बॉय के तौर पर काम किया गया. इस दौरान उन्होंने असिस्टेंट मैनेजर के रूप में पृथ्वीराज कपूर के पृथ्वी थिएटर में काम किया. रामानंद सागर ने दिग्गज़ अभिनेता रहे ‘शो मैन’ यानी कि राज कपूर की फिल्म बरसात की कहानी और स्क्रीनप्ले लिखा. आगे जाकर वे एक निर्देशक बन गए और हिंदी सिनेमा के साथ ही टीवी इंडस्ट्री को भी उन्होंने अपना बहुत बड़ा योगदान दिया.

Advertisement

ऐसे आया रामायण बनाने का ख़याल…

रामानंद सागर एक बार साल 1976 में अपने चारों बेटों के साथ स्विट्जरलैंड में थे. इस दौरान उन्होंने पहली बार यहां के एक रेस्तरां में रंगीन टीवी देखी थी. वे अपनी फिल्म चरस की शूटिंग के लिए आए थे और यहां वे एक कैफे में गए. कैफे में रंगीन टीवी पर एक फिल्म चल रही थी और काफी देर तक उन्होंने टीवी पर अपनी निगाहें जमाकर रखी. जब उन्होंने टीवी के सामने से निगाहें हटा ली तो उन्होंने अपने बेटों को एक हैरानीभरा फ़ैसला सुनाया. उन्होंने अपने चारों बेटों से कहा कि, वे रामायण बनाएंगे.

Advertisement

1987 में आया रामायण धारावाहिक…

Advertisement

रामायण टीवी धारावाहिक साल 1987 में टीवी पर आया. इस धारावाहिक ने हर एक किरदार से दर्शकों के दिलों पर अमिट चाप छोड़ी. भगवान श्री राम का किरदार अरुण गोविल और माता सीता का किरदार दीपिका चिखलिया ने निभाया था. लक्ष्मण का किरदार सुनील लहरी, हनुमान जी का किरदार दारा सिंह और रावण का किरदार अरविन्द त्रिवेदी ने निभाया था. इस धारावाहिक की दीवानगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि, लॉक डाउन के दौरान भी टीवी पर यह धारावाहिक 33 साल बाद फिर दिखाया गया और एक बार फिर व्यूज के मामले में रामायण ने इतिहास रच दिया. लोग कहते हैं कि आज तक कभी ऐसा धारावाहिक नहीं देखा

Advertisement
ADVERTISEMENT
Hindi Magzian

Magmedia Enterprise LLP © 2020 All Rights reserved

Magmedia Enterprise LLP

  • Terms of Service
  • Privacy Policy

Follow Us

No Result
View All Result
  • Politics
  • News
  • Business
  • Culture
  • National
  • Sports
  • Lifestyle
  • Travel
  • Opinion

Magmedia Enterprise LLP © 2020 All Rights reserved